सकत चौथ व्रत कथा और पूजन बिधि 2021
माघ माह में पढ़ने वाली सकत चौथ का विशेष महत्व है। इसे सकट चौथ, संकटा चौथ , तिलकुट चौथ या संकष्टी चतुर्थी नामों से भी जाना जाता है। सकट चौथ के दिन माता-पिता अपनी संतान की लंबी आयु की कामना के लिए भगवान गणेश की उपासना करते हैं। भगवान गणेश को अर्पित यह व्रत चंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद ही व्रत पूर्ण माना जाता है।
सकट चतुर्दशी व्रत कथा
किसी नगर में एक कुम्हार रहता था। एक बार जब उसने बर्तन बनाकर आवां लगाया तो आवां नहीं जलाता परेशान होकर वह राजा के पास गया और राजा से बोला की महाराज न जाने क्या कारण है कि आवां नहीं जलाता है। राजा ने राज पंडित को बुलायाकर कारण पूछा राज पंडित ने कहा हर बार आवां लगाते समय एक बच्चे की बलि देनी देने से आवां पकड़ी जाएगी। राजा का आदेश हो गया बली आरंभ हुआ जिस परिवार की बारी होती है वह अपने बच्चे में से एक बच्चा बली के लिए भेज देता है। इस तरह कुछ दिनों के बाद राज्य में एक बुढ़िया के परिवार में उसके
लड़के की बारी आई और बुड़िया के एक ही बेटे थे।
बुढ़िया के पास एक ही संतान था और बुढ़िया की जिंदगी का उसका लड़का सहारा था। गुड़िया वह बहुत परेशान रहती थी। लेकिन राजा के आदेश का राज देश का पालन करना था। दुखी बुढ़िया सोचने लगी मेरा एक ही बेटा है वह भी संकट चतुर्थी के दिन मुझसे जुदा हो जाएगा केवल उसको एक बिचार उपाय है । उन्होंने लड़के को सकट की सुपारी और दूब का बीड़ा देकर कहा भगवान का नाम लेकर आवां में बैठ जाना सकत माता को याद करते रहना।
संकट चतुर्थी के दिन बच्चे आवां में बैठा दिया गया। बुढ़िया ने सकट माता के सामने बैठकर पूजा प्रार्थना करने लगी। पहले तो आवाज पकने में कई दिन लग जाते थे पर इस बार सकट माता की कृपा से एक ही रात में आवां पुरि पक गई। सवेरे कुम्हर ने देखा तो हैरान रह गई आवां पक गई थी। और बुढ़िया का बेटा जीवित और सुरक्षित था। सकट माता की कृपा से नगर के अन्य लड़के भी जीवित हो उठे यह देख नगरवासी ने माता सकट माता की महिमा स्वीकार कर ली ।तब से आज तक सकट माता की पूजा और व्रत का विधान चल आ रहा है।
पूजा विधि-
प्रात: काल स्नान करके गणेश जी की पूजा का संकल्प लें। इस दिन फलाहार ही करना चाहिए। संध्या काल में भगवान गणेश की कथा पढ़ना और आरती करना चाहिए। भगवान को तिल के लड्डू और पीले पुष्प अर्पित करें भगवान गणेश को दुबा भी अर्पित करना चाहिए। और चंद्रमा भगवान को अर्घ्य दें।
Comments
Post a Comment